Friday, September 25, 2009

ज़िन्दगी........

जिंदगी आख़िर क्या है ये ज़िन्दगी,

कभी समझ पायी हू मै

एक - एक लम्हा जिसका गुजर रहा,

क्या वो वक्त, एक घड़ी है ज़िन्दगी,

दुःख दर्द जिसमे सहा हसकर,

क्या वो एक अनुभव है ज़िन्दगी,

लोग कहते है एक गीत है ये,

हसके गाओ बस ये ज़िन्दगी,

कुछ कहते बककर है जीना,

पर उन्हें नही पता मुश्किल से मिलती है ऐसी है जिंदगी.....................

11 comments:

  1. सच में जिन्दगी एक अनमोल सौगात है। हर पल इसका भरपूर जीना चाहिए। हां एक पल अपना मेरे ब्लोग को देखने में भी बिताएं।

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  2. shukriya apka, bhut haardik khushi hui apne meri rachnaao ke lie waqt nikaala, apki tippniyo ka intzaar rahega...
    apke blog ko padha wo mere ek prerna ke samaan hai...

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  3. बहुत बढ़िया ...स्वागत है...

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  4. उम्दा है पृकति से किस तरह का प्यार है ?

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  5. एक - एक लम्हा जिसका गुजर रहा,

    क्या वो वक्त, एक घड़ी है ज़िन्दगी,

    well done....

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  6. Ap sabhi ko tahe dil se shuriya.....

    ap yu hi mujhe likhte rahne ki prern dete rahie....

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  7. " bahut accha ...likhate rahiye "

    " aapka swagat hai "

    ----- eksacchai { AAWAZ }

    http://eksacchai.blogspot.com

    http://hindimasti4u.blogspot.com

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  8. बाँटी है जिसने तीरगी उसकी है बन्दगी।
    हर रोज नयी बात सिखाती है जिन्दगी।।

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  9. बहुत सुन्दर !!!!!!!!

    चिट्ठाजगत में आपका स्वागत है.......भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनायें.

    गुलमोहर का फूल

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  10. हुज़ूर आपका भी एहतिराम करता चलूं.........
    इधर से गुज़रा था, सोचा, सलाम करता चलूं....

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