मर ना सकू, जीना है दुश्वार,
कब तक तुम्हे इतने चाहूंगी मै,
ज़माने गुजार दू तेरे इंतज़ार में,
गर जानू एक दिन तुझे पाउंगी मै,
लम्हा नही कटता तेरी याद बिना,
कैसे दूर तुझसे अब जाउंगी मै,
अशक-ऐ-दिल से फरियाद करोगे तुम,
यादों में आकर इतना सताउंगी मै,
बस कतरा भर अश्क तेरी आँखों से,
वरना लाख बुलाने से भी न आउंगी मै...............
Thursday, September 24, 2009
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